हम मिले थे जब तुमसे
एक बार जिया था बचपन फिर से
एक बार तोड़े थे नियम बिना डर के
एक बार कहे थे दिल के सब अरमान
एक बार घर की इज्जत के लिफ़ाफे से हौले से निकल,
टहल आये थे दुनिया की बदनाम गलियों में
एक बार सोये सपनों का माथा धीरे से थपथपा ,
उन्हें फिर से जगाने की कोशिश की थी
एक बार ढलके हुये आँचल को सरक जाने दिया था ,
और बहती हवा की ओढनी ओढ़ी थी
एक बार पाँव की पाज़ेब निकाल ,
किसी को खुद के आने की भनक न होने दी थी
हम मिले थे जब तुमसे ,
एक बार फिर , इन साँसों को मेरे जिस्म में आने की
वजह याद आई थी !!
एक बार जिया था बचपन फिर से
एक बार तोड़े थे नियम बिना डर के
एक बार कहे थे दिल के सब अरमान
एक बार घर की इज्जत के लिफ़ाफे से हौले से निकल,
टहल आये थे दुनिया की बदनाम गलियों में
एक बार सोये सपनों का माथा धीरे से थपथपा ,
उन्हें फिर से जगाने की कोशिश की थी
एक बार ढलके हुये आँचल को सरक जाने दिया था ,
और बहती हवा की ओढनी ओढ़ी थी
एक बार पाँव की पाज़ेब निकाल ,
किसी को खुद के आने की भनक न होने दी थी
हम मिले थे जब तुमसे ,
एक बार फिर , इन साँसों को मेरे जिस्म में आने की
वजह याद आई थी !!
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